Friday, April 4, 2014

दुनिया के सभी लोगो को बनारस के बहुलतावाद, समावेशवाद से सीखना चाहिए

वाराणसी, उत्तर प्रदेश संसद का चुनाव देश के लिए एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है क्योंकि देश किस दिशा में जायेगा ? देश का विकास कैसे होगा ? देश में लोकतंत्र व कानून का राज कैसे स्थापित होगा ? भ्रष्टाचार व अत्याचार से देश कैसे मुक्त होगा ? इन सभी के लिए नीति, कानून, योजना, वजट का निर्धारित देश की संसद करती है। अप्रैल व मई के महीने में देश की सोलहवी लोक सभा का चुनाव होने वाला है। इस संसदीय चुनाव में यह वहस का मुद्दा नहीं है कि विभिन्न राजनैतिक दल चुनाव जीतने के बाद किन नीतियों के आधार पर किस प्रकार के कार्यक्रम लागू करेगें। वल्कि इस संदर्भ में बहुत ही व्यक्तिवादी और सतही किस्म की बहसे चलायी जा रही हैं। कई राजनैतिक दलों ने एक-दो को छोड़कर अभी तक अपना घोषणा पत्र भी जारी नहीं किया है।
मानवाधिकार जननिगरानी समिति ने सभी राजनैतिक दलों को घोषणा पत्र में जन मुद्दे शामिल करने के लिए पत्र भेजा था । चुनाव के बाद सभी राजनैतिक पार्टियों पर दबाव बनाया जाएगा कि वे अपने घोषणा पत्र में किये वादों को पूरा करे | चुनाव के दौरान इन घोषणा पत्रों में बनारस के बिनकारी, सांझा संस्कृति, गंगा, वरुणा, अस्सी व गोमती को बचाने के लिए यहाँ के प्रत्यासियो पर जनता से दबाव बनाने की अपील करते है | 
समिति यह अपील करती है कि जनता राजनैतिक पार्टियों एवं उनके उम्मीदवारों पर दबाव बनाये कि वे किस तरह से समृध, धर्मनिरपेक्ष, बहुलतावादी, लोकतांत्रिक भारत का निर्माण करेंगें जहाँ हर इंसान को रोजी-रोटी, पढ़ाई, दवाई, मकान, सुरक्षा, इज्जत मिल सके।
भारत की आजादी की लड़ाई में व्रिटिश उपनिवेशवाद से माफी माँगने वाली ताकते जिन्होंने भारतीय नागरिकों को धर्म व संम्प्रदाय के नाम पर बांटने की कोशिश कर देश को कमजोर किया है। कुछ ताकतें आज भी भारतीय संविधान की जगह मनुस्मृति के आधार पर देश को चलाने की बात करती हैं। वही चुनाव में खड़े बाहुवली व धनवली उम्मीदवार भी लोकतंत्र के लिए बड़े खतरें है। समिति ऐसी सभी ताकतों को चुनाव में सिकस्त देने की अपील करती हैं ।
कोबरा पोस्ट (www.cobrapost.com) के आपरेशन जन्म भूमि पर प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कहा कि भारत के संविधान की प्रस्तावना के मूल भावना को ख़त्म करने के लिए किस तरह से कुछ ताकते इस देश में काम कर रही है यह बहुत ही खतरनाक है | अगर ये ताकते मजबूत होती है तो हमने जो भी इन 65 सालो में दक्षिण अशियाओ देशो से ज्यादा तरक्की की है वो भी खतरे में जा सकती है | इसलिए मतदाताओं को हिन्दू फांसीवादी व मुस्लिम साम्प्रदायिक दोनों ताकतों को चुनाव में शिकस्त करके दुनिया में मजबूत भारत को कदम रखना चाहिए | इसके लिए दुनिया के समस्त पवित्र शहरो को और साथ ही दुनिया के सभी लोगो को बनारस के बहुलतावाद, समावेशवाद से सीखना चाहिए और बनारस की जनता अपने इस महान विरासत को ख़त्म नहीं होने देगी |
प्रेसवार्ता को मानवाधिकार जननिगरानी समिति के डा0 लेनिन रघुवंशी, डा0 महेंद्र प्रताप सिंह और श्रुति नागवंशी ने संबोधित किया |
 मानवाधिकार जननिगरानी समिति और एडीआर संस्था मिलकर लोकसभा चुनाव के पहले सभी प्रत्याशियों द्वारा नामाकंन के दौरान हलफनामा देते है द्य जिसे इलेक्शन कमीशन अपनी वेबसाईट पर डालती है द्य जिसे इलेक्शन कमीशन के वेबसाईट से लेकर प्रत्याशियों से सम्बंधित उनके शिक्षाए आर्थिकए और आपराधिक रिकार्डो की जानकारियो को जनता के बीच पहुचाने का काम किया जाता है द्य जिसके तहत आप *325*35# डायल करके अपने नेता के बारे में जान सकते है यह सुविधा निशुल्क है आप 1800-110-440 पर भी फोन या  9246556070 पर एसएमएस भेजकर अपने नेता की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते है |
इस वेबसाईट पर भी आप सभी जानकारी प्राप्त कर सकते है :-

आमिर खान भी इस अभियान में सहयोग कर रहे है आप 022- 42830085 डायल कर आमिर खान की आवाज में सन्देश सुन सकते है | 

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